भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले कई सारी घोषणाओ पर अमल कर रही है। इसी के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट में मध्य प्रदेश में दो और नए जिले बनाने को लेकर आदेश जारी किया गया है। मैहर, पांढुर्णा एमपी के दो नए जिले बनेंगे। केबिनेट में मंजूरी मिलने के बाद राजस्व विभाग ने आदेश जारी किया है। जिसके बाद प्रदेश में अब कुल 55 जिले हो गए है। इसके पहले मऊगंज को नया जिला बनाया गया था।
इन तहसीलों को मिला कर बनेंगे जिले
पांढुर्णा और सौंसर को मिलाकर पांढुर्णा जिला बनेगा। पांढुर्णा तहसील और सौंसर तहसील के 137 हल्के मिलाकर नया जिला बनेगा। वहीं मैहर अमरपाटन और रामनगर को मिलाकर मैहर नया जिला बनेगा।
मराठी भाषा का पहला जिला बनेगा पांढुर्णा
प्रदेश में चुनावी साल में 24 अगस्त को जामसांवली हनुमान मंदिर में हनुमान लोक की आधारशिला रखने पहुंचे सीएम शिवराज सिंह ने पांढुर्णा को जिला बनाने की घोषणा की थी। जो बुधवार रात शिवराज कैबिनेट की आखरी बैठक में पांढुर्णा को जिला बनाये जाने के प्रस्ताव को मंजूरी देकर छिंदवाड़ा जिले का परिदृश्य, सामान्य ज्ञान और सियासी भूगोल तीनों बदल गया है।
मध्यप्रदेश शासन के जारी नोटिफिकेशन के अनुसार नए पांढुर्णा जिले में पांढुर्णा और सौंसर तहसील के कुल 137 पटवारी हल्के शामिल किए गए हैं। इनमें पांढुर्णा के 74 और सौंसर तहसील के 63 पटवारी हल्के शामिल हैं। नए पांढुर्णा जिले का मुख्यालय “पांढुर्णा” होगा। जिले के गठन की प्रक्रिया पूरी हो गई है, जिस के बाद यहां कलेक्टर और एसपी पदस्थ किया जाना है। इस जिले में दो विधानसभा क्षेत्र सौंसर और पांढुर्णा होंगे। पांढुर्णा के जिला बनने छिंदवाड़ा नहीं बल्कि पांढुर्णा मध्यप्रदेश का वह जिला होगा जो महाराष्ट्र बॉर्डर से लगा जिला होगा।
जिला बनने पर आतिशबाजी
छिंदवाड़ा से ज्यादा आर्थिक सम्पन्न पांढुर्णा होगा। विभाजन में रेत, इंडस्ट्री और संतरा चले जाएंगे। अब मध्यप्रदेश का 55 वां जिला पांढुर्णा हो गया है। पांढुर्णा जिला छिंदवाड़ा जिले से अलग होकर नया जिला बनाया गया। इसमें छिंदवाड़ा जिले की पांढुर्णा और सौंसर तहसील को शामिल किया गया हैं। जिला बनने के बाद पांढुर्णा में आधी रात जमकर आतिशबाजी की गई।