मंदसौर। मध्यप्रदेश के मंदसौर में विश्वप्रसिद्ध अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में भी अब महाकाल लोक की तर्ज पर पशुपतिनाथ लोक आकार लेगा। शिवना नदी के तट पर स्थित इस तीर्थस्थल पर अब जल्द ही श्रद्धलुओं को पशुपतिनाथ नाथ की अष्टमुखी प्रतिमा के साथ ही भगवान शिव के 19 अवतारों के अलावा शिव की भिन्न- भिन्न लीलाओं का मंचन करती हुई प्रतिमाओ के दर्शन भी होंगे। कस लोक में भक्तों की सुविधा की दृष्टि से बैठने से लेकर पार्किंग, पाथ-वे से लेकर ओवरब्रिज व शिव की लीलाओं को निहारने के लिए आकर्षक लाइटिंग के बीच फाउंटेंन भी बनेगा। पशुपतिनाथ लोक के पहले चरण में 25 करोड़ की राशि से काम होंगे। इसकी आधारशिला शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने रख दी है।
शिवना तट पर स्थित पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में विश्व की इकलौती अष्टमुखी पशुपतिनाथ महादेव की प्रतिमा है। तो सहस्त्र शिवलिंग की 5 दुर्लभ प्रतिमाओं में से एक प्रतिमा यहां स्थित है। इसके अलावा विश्व का इकलौता 37 क्विंटल का महाघंटा स्थित है। पूरी डीपीआर को इस हिसाब से बनाया है कि हर साल बारिश में शिवना पशुपतिनाथ के गर्भगृह में पहुंचकर भगवान का जलाअभिषेक करती है। ऐसे में अब पशुपतिनाथ लोक बनने से विश्व में ख्याति बढ़ेगी तो भक्तों के लिए यह स्थान विशेष हो जाएगा।
ओवरब्रिज, व शिवलीलाओं की मूर्तियां लगेगी
पर्यटन विभाग के ईई ने बताया कि पशुपतिनाथ लोक निर्माण के पहले चरण में मंदिर के फाउंडेशन से लेकर उन्नयन स्तर के सभी काम होंगे। पर्यटन विभाग की देखरेख में काम होगा व भोपाल की कंपनी इस काम को करेगी। इसमें महाकाल लोक की तर्ज पर काम होगा। इसमें मंदिर का आकर्षक डिजाइन के साथ प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। मंदिर के आसपास जितने भी भवन है वह डीपीआर के अनुसार आने वाली डिजाइन के आधार पर उन्नयन किया जाएगा। अत्याधुनिक कंट्रोल रुम तैयार होगा। फुटओवरब्रिज बनाया जाएगा। जिससे मंदिर और मंदिर के बाहर मेला क्षेत्र व शिवना नदी वाले क्षेत्र को आपस में जोड़ा जा सकें। भगवान शिव की विभिन्न लीलाओं वाली मूर्तियां स्थापित होगी। वहीं भीड़ को नियंत्रण करने के लिए बूम बैरियर भी लगेंगे। स्केनर के अलावा इलेक्ट्रिक व लाइटिंग के काम होगा। आने वाले लोगों के बैठने के लिए भी बैंच लगाई जाएगी। सौंदर्यीकरण से जुड़े काम होगें।
लोक में इन 19 अवतारों के होगे दर्शन
पशुपतिनाथ लोक में भगवान शिव के 19 अलग-अलग अवतारों के दर्शन होगें। इन अवतारों को प्रदर्शित करती हुई मूर्तियां बनाई जाएगी। इसमें भगवान शिव के हनुमान व कृष्ण अवतार में दर्शन होगें तो वहीं वीरभद्र से लेकर भैरव, अश्वथामा सुरेश्वर, दुर्वासा, ब्रह्मचारी, नंदी, पिपलादा अवतार, अवधूत अवतार सहित अन्य कई अवतारों की मूर्तियां लगेगी।
अन्य मंदिरों को शामिल करने की मांग
अनुराग संस्था ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। इसमें पशुपतिनाथ लोक परियोजना में मंदिर के आसपास वाले मंदिरों को भी शामिल कर उनके उन्नयन की मांग की। सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक यशपालसिंह सिसोदिया, कलेक्टर दिलीपकुमार यादव व एसपी को भी प्रति भेजी है। इसमें बताया कि पशुपतिनाथ लोक के समीप ही 500 वर्ष से अधिक प्राचीन भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा की उड़ीसा की ही तरह काष्ठ के विग्रह वाले जगदीश मंदिर, रामानुज कोट व ब्रह्मणेश्वर महादेव मंदिर को भी शामिल करने की मांग की।