जिला पंचायत सदस्य है जीतू पाटीदार, पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय मैदान में उतरे
राकेश बिकुन्दीया, सुसनेर। 2023 का विधानसभा चुनाव दिन प्रतिदिन दिलचस्प होता जा रहा है। दोनो ही प्रमुख राजनेतिक पार्टीयो के बागी मैदान में है। इस बार के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों का जनसम्पर्क और शक्ति प्रदर्शन देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है की इस बार निर्दलीय दोनो ही पार्टीया भाजपा-कांग्रेस के उम्मीदवारो का गणित बिगाडेंगे। क्यों की एक और कांग्रेस से जीतू पाटीदार ने बागी होकर शुक्रवार को नलखेडा से सुसनेर तक रैली निकालकर के बडी संख्या में अपने समर्थको के साथ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है तो वही भाजपा के पूर्व विधायक संतोष जोशी भी निर्दलीय चुनाव लडने के लिए निर्वाचन कार्यालय से फार्म खरीद चुके है वे लगातार ग्रामीण क्षेत्रो में जनसम्पर्क भी कर रहे है।
इधर शुक्रवार को जीतू पाटीदार ने नलखेडा में विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी के दर्शन कर अपनी रैली की शुरूआत की जो ग्रामीण अंचल से होते हुएं सुसनेर पहुची यहां पर अपने कार्यकर्ताओ के साथ दोपहर 3 बजे से पूर्व जीतू पाटीदार ने निर्वाचन कार्यालय में एसडीएम मिलिंद ढोके के समक्ष प्रस्तुत होकर के अपना नामांकन दाखिल किया। आपको बता दे की जीतू पाटीदार युवा होने के साथ ही पाटीदार समाज से आते है। जिसका वोट बैंक 35 से 40 हजार के लगभग है। और इनते वोटरो की संख्या सोधिया समाज की भी है। यदि जीतू पाटीदार अपना नामांकन वापस नहीं लेते है तो ये दोनो ही पार्टीयो के परम्परागत वोटरो में सेंध लगाकर के भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशीयो का समीकरण बिगाड सकते है।
जिला पंचायत चुनाव से सुर्खियो में आए थे जीतू
जिला पंचायत चुनाव के समय जीतू को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया था तब भी जीतू पाटीदार निर्दलीय चुनाव लडकर जीते थे। उसके बाद जीतू का वोट हासिल करने के लिए जिला पंचायत में जमकर घमासान हुआ। सत्ताधारी दल का काफी दबाव रहा। उनके निजी हॉस्पिटल व मेरीज गार्डन को ध्वस्त करने के लिए बुल्डोजर तक खडा करवा दिया था। लेकिन उसके बाद भी जीतू ने अपना मत कांग्रेस को ही दिया। हालाकी उसके बाद भी जिला पंचायत अध्यक्ष भाजपा की एक महिला नेत्री बनी। लेकिन इन सब के चलते कांग्रेस पार्टी के द्वारा जीतू पाटीदार को भारत जोडो यात्रा की कमान सोपते हुएं इन्है यात्रा का जिला समन्वयक बनाया गया। उसके बाद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से टिकट की दावेदारी ठोक दी। किन्तु पार्टी ने भैरोसिंह परिहार बापू को अपना उम्मीदवार घोषित करते हुएं टिकट दे दिया। अब ऐसे में जीतू पाटीदार ने निर्दलीय ताल ठोक दी है और वे चुनाव लडने के लिए मैदान में उतर गए है।
रैली के साथ शुरू कर दिया जनसम्पर्क
जीतू पाटीदार ने पहले ही दिन रैली के साथ ही जनसम्पर्क भी शुरू कर दिया है। पहले दिन उन्होने नलखेडा स्थित विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी के दर्शन किये उसके बाद सरदार पटेल एवं डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर रैली व जनसम्पर्क की शुरूआत कर दी। यहां से ग्राम फेटी, धरोला, मोलियाखेड़ी, हिरहखेड़ी, ताखला, पायली, मोड़ी, जाख, गेलाना, नांदना, कायरा से होते वे सुसनेर पहुंचे और नामांकन दाखिल किया। इस दोरान गांव-गांव में उनका फुलमालाओ से जनता द्वारा स्वागत भी किया गया। पहले दिन अच्छा खासा समर्थन भी जीतू पाटीदार को क्षेत्रवासियों का मिला है।
जनता की मांग पर निर्दलीय मैदान में
नामांकन दाखिल करने के पश्चात जीतू पाटीदार ने मीडिया से कहां की जनता की मांग पर उन्होने निर्दलीय फार्म भरा है। उन्होने कहां की हमारा युवा बेरोजगार है, दर-दर रोजगार के लिए भटक रहा है। हमारी माताएं बहने अपने आप को असुरक्षित महसूस करती है। हमारा क्षेत्र भय मुक्त हो। इसलिए चुनाव लड रहे है। उन्होने आगे कहा की वे 100 प्रतिशत अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है और जनता का पूरा समर्थन भी उन्है मिल रहा है।