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मालवा ख़बर@ राकेश बिकुन्दीया सुसनेर।
विधानसभा चुनाव में वैसे तो हर प्रत्याशी को चिन्ह आवंटन होता है व इस चिन्ह के आधार पर प्रत्याशी अपना प्रचार करता है, लेकिन कई बार प्रत्याशियों के समान नाम होने से मतदाता गच्चा खा जाते हैं। ऐसी ही स्थिति अब सुसनेर विधानसभा सीट पर भी बन गई है। यहा से दो विक्रम सिंह राणा विधानसभा चुनाव लड़ने के लिये चुनावी रण में है। एक भाजपा के प्रत्याशी वर्तमान विधायक विक्रम सिंह राणा है जिनका चुनाव चिन्ह ‘कमल का फूल’ है तो वहीं इन्ही के मिलते जुलते नाम के नाहरखेड़ा निवासी विक्रम सिंह राणा भी निर्दलीय चुनाव मैदान में है, इनका चुनाव चिन्ह फूल गोभी है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रो में 2 विक्रम सिंह राणा के कारण कुछ प्रतिशत गफलत की स्थिति भी बन सकती है।
पूर्व के चुनाव में इस विधानसभा सीट पर समान नाम वाले निर्दलीय या अन्य पार्टी के प्रत्याशियों ने दोनों प्रमुख नाम वाले प्रत्याशियों को भी परेशानी में डाला है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में दो महेन्द्र सिह परिहार चुनाव मैदान में थे एक कॉंग्रेस प्रत्याशी थे तो दूसरे निर्दलीय। राजनीति में कुछ पैतरे ऐसे होते हैं, जो चुनाव के दौरान प्रतिद्वंद्वी को परेशान करते हैं तो सामान्य मतदाता को कन्फ्यूज। उसमें से एक है, विरोधी के हम नाम प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारना। नाम का ही कमाल होता है, जिससे मतदाता कन्फ्यूज होकर गलती से उन्हें वोट दे देते हैं। हालांकि, मतदाता काफी जागरूक हैं, जो नाम के साथ पार्टी का चिन्ह भी याद रखते हैं। जिले में इस वर्ष 17 नवंबर को होने वाले अलग-अलग विधानसभा चुनाव में भी समान नाम के प्रत्याशी मैदान में है। इनमें निर्दलीय प्रत्याशी पार्टी के प्रत्याशी के मुकाबले में मैदान में है। ऐसे में प्रत्याशियों को भी प्रचार के दौरान अधिक मेहनत करना पड़ रही है। ऐसे नजारे जिले की तीन विधानसभा सीट में से एक पर बन रहे है।
….क्योंकि जीत के लिए सब जायज
कहते है इश्क व जंग में सब जायज है और जीत हर कीमत पर चाहिए होती है…। ये चुनाव को लेकर पुरानी कहवाते हैं, जो राजनीतिक दलों में नेताओं को बार-बार याद भी दिलाई जाती रही है। कुछ पैंतरे ऐसे भी हैं, जिन्हें विधानसभा चुनाव में फिर इस्तेमाल किया गया, ताकि सामने वाले प्रत्याशी को नुकसान हो सके। ऐसा ही खेल सुसनेर की विधानसभा में भी हुआ है, जिसमें प्रत्याशियों ने विरोधी को परेशान करने के लिए नाम की कलाकारी की है। खासतौर पर इस सीट पर हमनाम के प्रत्याशी नजर आए। परिणाम जो भी आये लेकिन इस बार चुनाव का यह मामला बड़ा दिलचस्प बना हुआ है।