बडौद/मालवा खबर मोहम्मद आरिफ।
बड़ोद नगर स्थित दुधाखेड़ी माता के समीप होकर निकले सुसनेर मार्ग पर नगर परिषद द्वारा नगर से एकत्रित किया जाने वाला कचरा डाला जाता है। जबकि नगर परिषद द्वारा कचरा डालने के लिए एवं एकत्रित करने के लिए नगर से करीब 2 किलो मीटर की दूरी पर ट्रेचिंग ग्राउंड बना रखा है। परंतु नगर परिषद द्वारा कचरा ट्रेचिंग ग्राउंड पर डालने के बजाय नगर में अन्यत्र यहां वहां डाला जा रहा है। सुसनेर मार्ग पर डाले गए कचरे में आग लगने के बाद ऊंठे धुंवे से आसपास रहने वाले आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आमजन द्वारा इस समस्या से अधिकारियों को अवगत भी करवाया गया है परंतु उसके बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। जहां कचरे का ढेर हे, वहां के रहवासियों द्वारा बताया गया कि कचरे को नष्ट करने के लिए आग लगाई गई तो धुएं से बच्चों एवं बुजुर्गों को सांस लेने में भी बड़ी परेशानी होने लगी। जहां प्रशासन द्वारा स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। वही बड़ोंद नगर परिषद की स्वच्छता के प्रति उदासीनता के चलते आमजन को परेशान होना पड़ रहा है।इस और नगर परिषद का कोई ध्यान नहीं है। कचरा एवं गंदगी होने से बीमारीया फैलने का डर भी बना हुआ है।ऐसा लगता हैं की नगर परिषद अधिकारी का नगर को स्वच्छ बनाने के लिए कोई विशेष ध्यान नहीं है।और ऐसा प्रतीत होता है कि सफाई कर्मचारीयो द्वारा कचरा ट्रेचिंग ग्राउंड पर डालने की बजाय नगर में यहां वहा डाल कर अपने कार्य के प्रति इतिश्री की जा रही है।जब की ट्रेचिंग ग्राउंड पर सूखा कचरा एवम गीला कचरा डालने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध है। नगर में घर-घर जाकर कचरा वाहन से कचरा एकत्रित किया जाता है। परंतु कचरा वाहन पर सफाई कर्मचारियों द्वारा आम जन को गीला एवम सूखा कचरा अलग अलग डस्टबिन में डालने के लिए बताया नहीं जाता है। देखने वाली बात है की आम जन को इस समस्या से छुटकारा कब मिलेगा।