मालवा खबर@ राकेश बिकुन्दीया, सुसनेर।
कन्याकुमारी से 42 वर्षीय से चेन्नस महादेव देश मे बाल अधिकार व कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम को लेकर दिल्ली तक यात्रा कर रहे है इसके चलते 2 महीने की यात्रा करते हुए महादेव आज बुधवार को सुसनेर पहुंचे यहा पर प्रजापति समाज के कालिका माता मंदिर में समाजजनों के द्वारा उनका शॉल श्रीफल भेंटकर व फूलमालाएं पहनाकर के स्वागत कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई। चेन्नस महादेव ने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम और बाल अधिकारों की सुरक्षा के लिए गर्भावस्था रजिस्ट्री को अनिवार्य करने तथा उसके अधिनियम में संशोधन कर
मदर डिजिटल कोड जारी करने के उद्देश्य से दिल्ली तक यह यात्रा निकाली जा रही है और इसी मांग को लेकर के वे 10 दिसम्बर को दिल्ली पहुचेंगे और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर अपनी मांग से उन्हें अवगत कराएंगे।
सुसनेर पहुचने पर चेन्नस महादेव ने संतोष भेनिया प्रजापत के निवास पर रहा विश्राम किया। उसके पश्चात 22 डाक बंगला क्षेत्र में सोयत रोड स्थित माँ कालिका मन्दिर परिसर मे पर यात्रा का फूल माला से स्वागत वंदन अभिनन्दन किया जिसमे प्रजापत समाज अध्यक्ष संजय चौहान, संतोष प्रजापत, सिद्धू प्रजापत, नाथूलाल कुम्भकार, शिव भेनिया, हीरालाल प्रजापत, प्रदीप प्रजापत व मन्दिर के पुजारी प्रवीण भट्ट, सामाजिक कार्यकर्ता ललित मोदी व अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
परियोजना का उद्देश्य नागरिकों के रिकॉर्ड को डिजिटल बनाना और मां और भ्रूण को डिजिटल कोर्ट देना है और जन्म के बाद बच्चे का नंबर, शैक्षिक नंबर नागरिक पहचान पत्र और रिकॉर्ड जारी होने तक जारी रहेगा।
फ़ायदे- कन्या भ्रूण हत्या पर नियंत्रण, माता-पिता की उपेक्षा से बच्चों की सुरक्षा, बच्चों की बिक्री पर नियंत्रण, बच्चों की चोरी, अनिवार्य शिक्षा, बाल श्रम पर नियंत्रण, बाल विवाह पर नियंत्रण, अनिवार्य विवाह पंजीकरण
पिछले दस साल से राज्य सरकार की ओर से इस परियोजना पर कोई रिपोर्ट केंद्र सरकार को नहीं सौंपी गयी है.
और राज्य के संसद सदस्यों से इस मामले को मानसून सत्र में रखने का अनुरोध किया गया है और चूंकि हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है, इसलिए लोक से आग्रह करते हुए 24 सितंबर 2023 को कन्याकुमारी से दिल्ली तक पदयात्रा शुरू की गई है। कर्नाटक के सभा सदस्य और राज्य सभा सदस्य इस मामले को शीतकालीन सत्र में पेश करेंगे।