नलखेड़ा। विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ माँ बगलामुखी मंदिर को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए उज्जैन-खिलचीपुर रेल लाइन के सर्वे हेतु आगामी केंद्रीय बजट में राशि के आवंटन की मांग स्थानीय नागरिकों द्वारा की जा रही है।माँ बगलामुखी मंदिर को रेल मार्ग से जोड़ो समिति के दिलीप खंडेलवाल, पवन वेदिया, विपिन पाटनी,लोकेश गुप्ता,दीपक जाधव आदि ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ माँ बगलामुखी मंदिर को रेल मार्ग से जोड़े जाने की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन सरकार द्वारा इस संबंध में अभी तक कोई निर्णय नही लिया गया है।
उन्होंने बताया कि पूर्व के वर्षो में उज्जैन-रामगंज मंडी रेल लाइन के लिए सर्वे हुआ था जोकि आगर तक उज्जैन-कोटा मार्ग के पूर्व दिशा में और आगर से रामगंज मंडी तक मार्ग के पश्चिम दिशा से सर्वे किया गया था जिसमे रेट ऑफ रिटर्न कम आने से उक्त प्रस्ताव को रेल मंत्रालय द्वारा निरस्त कर दिवा गया था। उस दौरान भी स्थानीय नागरिकों द्वारा उक्त रेल लाइन का सर्वे उज्जैन से रामगंज मंडी तक ही उज्जैन-कोटा मार्ग के पूर्व दिशा से ही करने की मांग की गई थी जिससे विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ माँ बगलामुखी मंदिर रेल मार्ग से जुड़ सके एवं इससे रेट ऑफ रिटर्न भी बढ़ सकता है। लेकिन राजनैतिक नेतृत्व की कमजोरी के चलते स्थानीय नागरिकों की मांग को अनसुना कर दिया गया।
श्री गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में रामगंज मंडी-भोपाल रेल मार्ग के लिए पटरियां बिछाने का कार्य जारी है। इस रेल मार्ग पर राजगढ़ के खिलचीपुर में एक रेलवे स्टेशन प्रस्तावित है। जिसे देखते हुवे शासन को उज्जैन-रामगंज मंडी रेल लाइन के स्थान पर उज्जैन-खिलचीपुर रेल लाइन व्हाया आगर-नलखेड़ा-सुसनेर का सर्वे करवाना चाहिए। इस रेल लाइन को रामगंज मंडी तक नही ले जाते हुवे खिलचीपुर ले जाकर रामगंज मंडी-भोपाल रेल लाइन से जोड़ देने पर यह स्वतः ही उज्जैन-रामगंज मंडी रेल लाइन हो जाएगी साथ ही उज्जैन-भोपाल का एक और नया रूट मिल जाएगा।
समिति सदस्यों ने बताया कि उक्त रेल लाइन को खिलचीपुर रेलवे स्टेशन पर जोड़ने से सरकार को उज्जैन-रामगंज मंडी रेल लाइन की तुलना में लगभग 75 किमी लाइन कम बिछाना पड़ेगी जिसके चलते उक्त रेल लाइन के लिए लागत भी काफी कम हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि उक्त रेल लाइन को खिलचीपुर जोड़ने से आगर स्थित बैजनाथ महादेव मंदिर, नलखेड़ा स्थित माँ बगलामुखी मंदिर भी रेल मार्ग से जुड़ जाएंगे जोकि अभी तक मात्र सड़क मार्ग से जुड़े हुवे है जिसके चलते देश भर से आने वाले दर्शनार्थियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
समिति सदस्यों ने बताया कि शीघ्र ही उक्त प्रस्ताव के साथ क्षेत्रीय सांसद के साथ ही रेल मंत्री से भेंट कर आगामी बजट में उज्जैन-खिलचीपुर रेल लाइन के लिए सर्वे हेतु राशि स्वीकृत करने की मांग की जावेगी।