239 करोड 72 लाख रूपये की लागत से किया जा रहा है हाइवें का निर्माण कार्य, पुल-पुलियाओं का भी कार्य प्रगति पर
सुसनेर। दिल्ली की नेशनल हाइवे ऑथरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा उज्जैन-झालावाड राष्ट्रीय राजमार्ग की तर्ज पर ही एक और राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया जा रहा है। जिसका निर्माण कार्य इन दिनो शहरी क्षेत्र में चल रहा है। नेशनल हाइवें 752-बी खिलचीपुर तहसील के जीरापुर शहर से सुसनेर होता हुआ डग की और जा रहा है। जीरापुर से सुसनेर तक 30 किलोमीटर और सुसनेर से डग तक करीब 25 किलोमीटर दूरी तक टू लेन की डामरीकृत सड़क बनाई जाने के लिए निर्माण कार्य प्रगति पर है। 239 करोड रूपयो की लागत से इस सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है। यह सड़क भी उज्जैन-झालावाड राष्ट्रीय राजमार्ग की तर्ज पर ही बनाई जा रही है जिसकी चोडाई भी काफी रहेगी। सड़क के बीच में आने वाली छोटी- बडी पुलियाओं का निर्माण कार्य भी तेज गति से जारी है। अधिकांश पुलियाओ का निर्माण पूरा भी किया जा चुका है। इस मार्ग के बन जाने के बाद मध्यप्रदेश और राज्यस्थान दोनो ही राज्यो के यात्रियों के लिए यात्रा सुलभ हो सकेगी साथ ही कई सारी सुविधाओ का भी लाभ मिल सकेगा।
जानकारी के मुताबिक राजगढ जिलें की खिलचीपुर तहसील के जीरापुर- माचलपुर व छापीहेड़ा क्षेत्र के नागरिकों के साथ ही सुसनेर व आगर, शाजापुर सहित उज्जैन व राजस्थान से सीधा जुड़ाव है। हर दिन नागरिकों का इस रोड के जरिये अलग-अलग क्षेत्रों में आना जाना बना रहता है। ऐसे में सिंगल रोड होने के कारण यात्रियों को हर दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जीरापुर-सुसनेर मार्ग के लिए लम्बे समय से क्षेत्रवासियों द्वारा मांग की जा रही थी। लोगों की मांग व समस्याओं को देखते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एनएच-752 बी के जीरापुर से सुसनेर होते हुए मप्र-राजस्थान बार्डर तक सड़क स्वीकृत करने की घोषणा पूर्व में करते हुएं ट्वीट भी किया था। उसके बाद से तेज गति से इस हाइवें का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
डग से सुसनेर आने-जाने के लिए शहरवासियों को मिलेगा फायदा
डग से सुसनेर की दूरी महज 25 किलोमीटर है, किन्तु सड़क के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण इस मार्ग से यात्रा करने वाले यात्रियों को 1 घंटे से भी अधिक का समय लगता है। अब इसका निर्माण कार्य किया जाकर चोडीकरण किया जा रहा है तो फिर इसके बन जाने के बाद इसका सबसे ज्यादा लाभ शहरवासियो को ही मिलेगा। क्यों कि मात्र एमपी से राजस्थान में पहुंचने के लिए उन्है 25 किलोमीटर का सफर तय करना होगा। सड़क के बन जाने के बाद इस मार्ग से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए समय की भी बचत होगी। सुसनेर से डग-बडौद, आलोट, चोमहेला व शामगढ, रतलाम, मंदसौर, नीमच आने जाने के लिए आवागमन सुलभ हो सकेगा।
जीरापुर में बनेगा दो किमी का बायपास
उक्त सड़क के साथ ही जीरापुर शहर में बायपास की सौगात भी मिलने वाली है। पचोर-सुसनेर बायपास का निर्माण जीरापुर शहर में कराया जाएगा, ताकि शहर में ट्रैफिक जाम की इस्थित निर्मित न हो। स्थानीय नागरिकों के मुताबिक यब करीब 2 किमी से अधिक का बायपास बनना है। इस बायपास की मांग लम्बे समय से चल रही थी। अब बायपास का निर्माण होने से जीरापुर में यातायात की समस्या बहुत हद तक दूर हो सकेगी।