सुसनेर। नगर परिषद के 8 पार्षदो के द्वारा ई-रिक्शा खरीदी में किये गए घोटाले की शिकायत कलेक्टर और संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन उज्जैन को किये जाने तथा मामले के समाचार पत्रो की सुर्खियां बन जाने के बाद अब इस मामले में प्रशासन ने 3 सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। जांच दल में तहसीलदा विजय सेनानी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी लेखापाल राजेश जैन और उपयंत्री विनोद कुमार शामिल है। सुत्रो के अनुसार जांच दल मंगलवार 13 फरवरी से अपनी जांच शुरू कर सकता है। उल्लैखनीय है की नगर परिषद ने गुलमोहर कम्पनी के ई-रिक्शा जिसका बाजार मुल्य एक लाख 55 हजार के लगभग है। की खरीदी 4 लाख 80 हजार 200 रूपये में खरीदा है। ऐसे कूल 5 ई-रिक्शा कचरा वाहन खरीदे गए है। इन ई-रिक्शा की खरीदी सरकारी जेम पोर्टल के माध्यम से की गई है। साथ ही इस खरीदी में एक ऐसे कर्मचारी की आईडी का उपयोग किया गया जो कर्मचारी अवकाश पर था। जब कर्मचारी अवकाश पर था तो उसकी अनुउपस्थिति में उसकी जेम पोर्टल आईडी से खरीदी वेसे ही सवालो के घेरे में आ जाती है। इस पूरे मामले में खरीदी एक ऐसी फर्म से की गई जो कन्स्ट्रक्शन निर्माण के लिए पंजीकृत थी। शिकायत के बाद जिला कलेक्टर राघवेन्द्रसिंह ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मिलिंद ढोके को जांच के आदेश दिये थे उसके बाद मामले की जांच के लिए एसडीएम सुसनेर के द्वारा उक्त जांच दल का गठन किया गया है।
एसडीएम के द्वारा ई-रिक्शा कचरा वाहन की खरीदी की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है। जिसमें मेरे अलावा एक लेखापाल और एक उपयंत्री शामिल है। मामले की निष्पक्षता से जांच की जाएगी।
विजय सेनानी
विजय सेनानी
तहसीलदार एवं जांच दल सदस्य, सुसनेर।