सुसनेर। समीपस्थ ग्राम पिपल्या नानकार में शुक्रवार को कलश यात्रा निकालकर के सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। यहां पर राम दरबार एवं कालेश्वर दरबार की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर भव्य कलश यात्रा के साथ भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। जिसमे उज्जैन से पधारे मालवा के प्रसिद्ध कथा वाचक एवं ज्योतिषाचार्य डॉ. सच्चिदानंद शर्मा ने भागवत श्रवण कारने के नियम बताए। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम मन और ईच्छा पर काबू पाना आवश्यक है, संयमित जीवन और मन से भक्ति मार्ग सुगम बन जाता है। श्राप के कारण जब राजा परीक्षित को सातवे दिन तक्षक नाग आकर काटता है, लेकिन वे पहले 7 दिनों तक एकाग्रचित्त होकर मन लगाकर के भागवत श्रवण कर लेते है और सशरीर प्रभु के धाम को गमन कर जाते है। इस अवसर पर बडी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।