सुसनेर। समीपस्थ ग्राम पिपलिया नानकार में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है इसके चौथे दिन आज सोमवार को भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। यहां पर पंडित सच्चिदानंद जी शर्मा ने भक्त प्रह्लाद की कथा के साथ दत्तात्रय भगवान के गुरुओं की कथा सुनाई। तुरीय अवस्था अर्थात सदैव सम और प्रसन्न रहना ही परम भक्ति है। राजा बलि के यहां भगवान बामन अवतार की सुंदर झाँकी का चित्रण किया गया।
जिसके बाद पंडित श्री सच्चिदानंद जी शर्मा ने भगवान राम के अवतार का वर्णन किया।उन्होंने बताया के प्रभु श्री राम त्याग और मर्यादा के प्रतीक है वही श्री कृष्ण निष्काम प्रेम के प्रतीक है। जैसे पहले त्रेता में श्री राम आये फीर द्वापर में श्री कृष्ण आये उसी प्रकार जीवन मे पहले मर्यादा ओर त्याग होना जरूरी है उसके बाद ही निश्छल प्रेम और भक्ति की प्राप्ति होती है उसके बाद ही भगवान मिलते है।जिसके बाद धूमधाम से कृष्णजन्मोत्सव मनाया गया बाल रूप में वासुदेव जी कृष्ण को लेकर आये और नंद बाबा यशोदा मा को सुपुर्द कर सभी ने नृत्य किया। सेकड़ो लोगों ने नृत्य गान करके भगवान की आरती की। सभी ग्रामीणों सदस्यो ने सहयोग किया एवं बताया कि पंडित सच्चिदानंद जी शर्मा ज्योतिष के जानकार है एवं जोतिष समाधान के लिए कथा के उपरान्त मिल सकते है। कल गोवर्धन पूजन होगा जिसमें छप्पन भोग लगाएं जाएंगे।