पंचदेहरीया में आयोजित हुआ मेला, दिन भर शिवालयो में होते रहे धार्मिक अनुष्ठान, महादेव ने अलग-अलग रूपो में दिये दर्शन
सुसनेर। भगवान भुतभावन अधिपति देवाधिदेव महादेव का दिन, क्या खास और क्या आम, हर कोई भक्त बस बाबा की एक झलक पाने को आतुर था। कही पर भजन कीर्तन हो रहे थे, तो कही पर महामृंत्युंजय मंत्र के उच्चारण के साथ महादेव का पंचामृत से महारूद्राभिषेक किया जा रहा था। कही पर भजनो की थाप पर युवाओ की टोलियों नृत्य कर रही थी। सुबह से शाम तक यह नजारो शहर समेत क्षेत्र के तमाम शिवालयो में देखने को मिले। इन मंदिरो में महाशिवरात्रि के चलते श्रृद्धालुओ की आस्था का भी संगम देखने को मिला कोई श्रृद्धालु जल चढाकर तो कोई बिल्ब पत्र व कोई आकर्षक फूलो से बाबा को प्रसन्न करने में लगा हुआ था।
देर शाम होते ही इन मंदिरो में महादेव ने अपने भिन्न-भिन्न रूपो में दर्शन दिये जिसकी एक झलक पाते ही श्रृद्धालु भाव-विभोर हो गए। एक और जहां सिंचाई विभाग स्थित श्री मनकामनेश्वर महादेव मंदिर में महादेव का दुल्हे के रूप में पार्वतीजी का दुल्हन के रूप में श्रृंगार किया तो वही मेला ग्राउंड के ओंकारेश्वर महादेव, नीलकंठेश्वर महादेव, जयेश्वर महादेव मंदिर, श्रीराम जानकि मंदिर, सत्यनारायगण गली स्थित मनकामनेश्वर मंदिर, पुलिस कालोनी, परसुलिया रोड, जामुनिया रोड व मोरूखेडी मंदिर में भगवान की पुजा अर्चना करने के लिए श्रृद्धुलओं की भीड उमडी रही।
पंचदेहरीया में मेले का आयोजन, उमडे श्रृद्धालु
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महाशिवरात्रि के चलते शुक्रवार को सुसनेर से 10 किलोमीटर दूर विद्यांचल पर्वत माला पर स्थित पांडव कालीन पंच देहरिया महादेव मंदिर पर एक दिवसीय मेले का आयोजन किया गया इसके चलते यहां पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल भी तैनात रहा। यहां दिन भर धार्मिक अनुष्ठान चलते रहे। पंडितो के द्वारा मंत्रो का जाप भी किया गया। मेले में मनोरंजन के साधनों के साथ ही व्यजंनो की दुकानें भी सही रही तो वही मेले में पधारे श्रृद्धालुओ के लिए देहरीया के शिव भक्त मंडल के द्वारा फरीयाली प्रसादी का वितरण भी किया गया। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात रहा। तहसीलदार विजय सेनानी, पटवारी गोवर्धन शर्मा व शिव पाटीदार में सभी मन्दिरो का निरीक्षण कर व्यवस्थाओ का जायजा भी लिया।
महिला मंडल ने भजनो से बाबा को रिझाया
सुबह से शाम तक शिव मंदिरा में महिला मंडला के द्वारा भजन कीर्तन का दोर जारी रहा। नगर के श्रीमनकामनेश्वर महादेव मंदिर, मोरूखेडी, ताखला के तारकेश्वर महादेव मंदिर समेत ग्रामीण अंचल के मंदिरो में महिलाओ ने एक से बढकर एक भजन गाते हुए महादेव को रिझाने का प्रयास किया। उसके बाद आरती कर प्रसादी का वितरण भी किया गया।