एक – एक करके सुखते जा रहे है जलस्त्रोत
सुसनेर। नगरीय क्षेत्र में भुमिगत जल स्त्रोत का सबसे प्रमुख स्त्रोत कंठाल नदी ही अब पुरी तरह से सुख गई है। नदी में कुछ ही जगह ऐसी है जहा पर थोडा बहुत पानी दिखाई देता है। कंठाल नदी के सुख जाने से नगरीय क्षेत्र के जलस्त्रोतो में अभी से पानी की कमी महसुस होने लगी है। स्थिति यह है की आसपास के जलस्त्रोत अब जवाब देने लगे है। नगर की एक मात्र नदी जो एक समय नगरवासीयो की प्यास बुझाने का एक मात्र सहारा थी इन दिनो उपेक्षा का शिकार बनी हुई है। नदी में पानी नही होने के कारण आसपास के जलस्त्रोत में पानी की कमी होने लगी है। गर्मी की शुरूआत में ही नदी पुरी तरह से सुख चुकी है तो फिर भीषण गर्मी में लोगो को पेयजल संकट का सामना करना ही पडेगा। नगर परिषद इस वर्ष अभी तक गर्मी में होने वाली जलसमस्या के लिए कोई उचित व्यवस्था नही कर पायी है। हालाकि कीटखेडी बांध से शहरी क्षेत्र तक नवीन पाइप लाइन डाली गई है, किंतु उससे भी एक दिन छोडकर जलप्रदाय किया जा रहा है। इसलिए हर साल की तरह इस बार भी नगर के 15 वार्डो में रहवासीयो की प्यास बुझाने के लिए पानी के टैंकरो का इंतजाम करना पडेगा। उधर धीरे-धीरे लोगो के जल स्त्रोतो में पानी कम होने लगा है यदी ऐसे ही चलता रहा तो शरहवासीयों को इस बार भी ग्रीष्म ऋतु के दोरान आने वाले दिनो में जलसंकट का सामना करना पड सकता है।
नदी से होती है पानी की चोरी
कंठाल नदी से पानी की चोरी का सिलसिला भी नही थम रहा है। पुरे वर्ष जब तक नदी में पानी रहा तब तक कुछ कतिपय लोगो के द्वारा पाईप डालकर पानी की चोरी की जाती रही। जिस वजह से भी नदी का जलस्तर कम होता गया है। और एक समय ऐसा आया की अब नदी पुरी तरह से सुख गई। कही- कही पर ही नदी में पानी बचा है। नदीयो से पानी की चोरी के मामले कई बार उजागर भी हुऐ किन्तु उन पर कोई कारवाई ही नही हुई। इसलिए क्षेत्र की जिन नदीयो में पानी है। वहा पर अभी भी पाईप लाईन के जरीए पानी की चोरी की जा रही है।
ऐसे रह सकता है नदी में हर समय पानी
नगरीय क्षेत्र के जल संकट के स्थाई निदान के लिए समीपस्थ ग्राम सादलपुर में कंठाल नदी पर एक स्टाप डेम बना दिया जाए। उससे नगरीय क्षेत्र के आधे जलस्तर रिर्चाज हो सकते है। साथ ही भुमिगत जलस्त्रोतो में वृद्धि हो सकती है। सादलपुर के समीप कंठाल नदी पर अंग्रेजो ने एक स्टाप डेम बनाया था। जो अभी पुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। अब यदी स्टाप डेप का पुर्निनिर्माण होता है। तो स्टाप डेम के बनने के बाद नगरीय क्षेत्र के 3 किलोमीटर क्षेत्र में पानी भर सकता है। जिससे आसपास के जल स्त्रोतो में पानी की कमी नही होगी।
पूरे नगर की जलप्रदाय व्यवस्था मल्टी अर्बन कम्पनी के जिम्मै है, कीटखेडी बांध में पर्याप्त पानी है वही से पाइप लाइन के जरीए कम्पनी के द्वारा पूरे नगर में जलप्रदाय किया जा रहा है। आगामी समय में यदी जलसंकट की समस्या पैदा होती है तो हम पुराने जलस्त्रोतो के साथ ही जहा आवश्यकता होगी वहा पर नए नलकुप खनन भी कवाएंगे।
ओ पी नागर
सीएमओ, नगर परिषद सुसनेर।