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November 14, 2024 10:57 pm

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सुसनेर: विश्व के सबसे बड़े गोआराधना महोत्सव की शुरूआत आज…संतो का होगा समागम, हिन्दू नववर्ष-गुड़ी पड़वा-चैत्र नवरात्र व शहस्त्र चण्डिय यज्ञ से होगा शुभारंभ….

आज शहस्त्र चण्डिय यज्ञ से होगी महोत्सव की शुरुआत, साधु संतों का होगा समागम, 1 वर्ष तक चलेगा आयोजन, मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के सुसनेर के समीप सालरिया में स्थित है अभ्यारण



मालवा खबर @ राकेश बिकुन्दिया, सुसनेर।

गोमाता की साधना के साथ आराधना को महोत्सव के रूप में भारतीय नूतन वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से आयोजित हो रहे एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव में संतों के आर्शीवचन के साथ यज्ञ में मंत्रोंचार के साथ आहूतियां दी जाएगी। यह महोत्सव मध्यप्रदेश ही नहीं देश में अब तक का सबसे बड़ा गौ महोत्सव रहेगा। इसमें देश के सबसे बड़े गौ अभयारण्य, पथमेड़ा गौशाला, से विश्वप्रसिद्ध संत दत्तशरणानंद महाराज नियमित रूप से प्रवचन करेंगे।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के द्वारा विगत 26 फरवरी 2024 से घोषित गोसेवा वर्ष के क्रम में कामधेनु गो अभ्यारण्य सालरिया में आज 09 अप्रेल से एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव के माध्यम से अभ्यारण्य क्षेत्र के 365 ग्रामों सहित सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में निराश्रित गोवंश के संरक्षण व संवर्धन के लिए आमजन में गौसेवा की भावना जागृत करने के लिए एक अनूठा आयोजन होने जा रहा है।

जिसमें एक वर्ष तक दोपहर 01 बजे से सायं 04 बजे तक भगवती गोमाता की महिमा का बखान 31 वर्षीय गो पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना पद यात्रा के प्रणेता व श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के राष्ट्रीय संयोजक गोपालाचार्य स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज के मुखारविंद से होगी साथ ही प्रतिदिन सायं 05 बजे से रात्रि 07 बजे तक गोमाता के घृत से बने मिष्ठान एवं गोबर के खाद से उपजी खाद्य सामग्री से गोव्रती भंडारा निरंतर एक वर्ष तक चलेगा।

सहस्व चण्डी यज्ञ, सुरभि यज्ञ, वार्षिक गो पुष्टि महायज्ञ प्रतिदिन प्रात: 9 बजे से 12 एवं 4 से 7 बजे तक होगा। एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव में भारत के चारों मठों के पूज्यपाद शंकराचार्य जी सहित भारत के सभी प्रमुख संत महात्मा, प्रमुख कथावाचक संत , सामाजिक, धार्मिक एवं राजनैतिक क्षेत्र में कार्य करने वाले प्रबुद्ध जन एवं भारत सरकार के महामहिम राष्ट्रपति, राज्यों के राज्यपाल, भारत सरकार एवं राज्य सरकारों के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित उनके मंत्रिमंडल के मंत्रीगण सहित प्रशासनिक अधिकारी सहित सभी राजनैतिक दलों के जन प्रतिनिधि भी भाग लेंगे । एक वर्षीय गो आराधना महोत्सव का शुभारंभ सहस्त्र चंडी यज्ञ से होगा जिसके यज्ञाचार्य अयोध्याजी में श्री राम मन्दिर का शिल्यान्यास करवाने वाले आचार्य गंगाधर जी पाठक होंगे महोत्सव में प्रथम दिन का गोमाता का भंडारा सुसनेर तहसील के बोरखेड़ी कांवल के ग्राम द्वारा होगा।


महोत्सव की शुरूआत से पूर्व यह हुआ आयोजन
महोत्सव की पूर्व संध्या सोमवार 8 अप्रेल सोमवती अमावस्या को श्री मनोरमा गोलोक तीर्थ नन्दगांव से श्री कामधेनु गो अभ्यारण्य मालवा में पधार रहें श्री मीरा माधव सरकार का विवाह मनोरथ का आयोजन हुआ। जिसके तहत मीरा माधव सरकार का 08 अप्रेल को प्रातः 09 बजे हल्दी की रस्म, प्रातः 11बजे मेंहदी रस्म , सायंकाल 06 बजे गोधुली वैला में श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संस्थापक परम श्रद्धेय गो ऋषि दत्तशरणानंद जी महराज एवं गोपालाचार्य स्वामी गोपालानंद जी महाराज की पावन सानिध्य में श्री मीरा माधव सरकार के मधुर विवाह महोत्सव का आयोजन हुआ। रात्रि 08 बजे मीरा माधव रस भजन संध्या का आयोजन होगा।


यह है कार्यक्रम का उद्देश्य
एशिया के सबसे बड़े गोअभ्यारण में अब तक का सबसे बड़ा गौ महोत्सव का मुख्य उद्देश्य है लोगों को गौ सेवा के प्रति प्रेरित करना। गोपालानंद सरस्वती ने बताया कि आज के परिवेश में गायों की दुर्दशा किसी से भी छिपी नहीं है और उन्होंने गौ को हमारी माता के रूप में समर्पित करने का महत्वपूर्ण संदेश दिया, वे यह भी बताती हैं कि भगवान श्रीकृष्ण को भी गौ का विशेष प्रियतम था और उनके जीवन में गौ सेवा का महत्व बताया गया है। इस प्रकार के संदेश के साथ यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।


इस महोत्सव में यह है आयोजन
इस महोत्सव में गांधाता का छप्पन भोग, ठाकुर जी का छप्पन भोग, गोमाता के लिए सवामणी, ठाकुर जी के लिए सवामणी अखंड सुरभि नाम संकीर्तन, गो नवरात्रि, वार्षिक व्रत त्यौहार उत्सव, वार्षिक मेला, गो पूजन, गो दर्शन, संत दर्शन, संत प्रवचन, भजन संध्या, प्रभात फेरी, गौव्रति भोजन प्रसादी कवि सम्मेलन, किसान सम्मेलन, गोभक्त सम्मेलन, पंचगव्य सम्मेलन, गो कृषि प्रशिक्षण, गो आधारित कृषि दर्शन, पंचगव्य उत्पाद प्रशिक्षण, गो विज्ञान संगोष्ठी, गोभक्त सम्मान उत्सव, गो विज्ञान प्रदर्शनी, निबंध प्रतियोगिता, खेल प्रतियोगिता, योग शिविर, गोवंश प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, सांस्कृतिक प्रस्तुति, खेल-कूद प्रतियोगिताएं, वृक्षारोपण,चारों वेद, ब्राह्मण ग्रंथ, रामचरित मानस, सुन्दरकाण्ड, श्रीमद्भागवत महापुराण, शिव महापुराण, देवी भागवत आदि सभी पुराणों एवं उपपुराणों का पारायण,गोपुच्छ तर्पण, वृर्षात्सर्ग, गो दान, तुला दान, गो ग्रास,बसन्तोत्सव, दीपोत्सव, शरदोत्सव, श्राद्धोत्सव,विवाह उत्सव, विवाह तिथि उत्सव, जन्म दिवस उत्सव, पुण्यतिथि उत्सव, सेवानिवृत्ति उत्सव, मुंडन उत्सव, यज्ञोपवित उत्सव, सगाई उत्सव आदि का आयोजन होगा।


यह भी रहेगा विशेष
इस महोत्सव में मेले के विशेष आकर्षण,गोमाता के घी से बने कचोरी समोसे, गोमाता के दूध से बनी आइसकीम, मिठाई, लस्सी, श्रीखण्ड, फ्लेवर्ड मिल्क, गोमाता के घी से बने बिस्कीट, ब्रेड, नानखटाई, गोमाता के दूध दही घी से निर्मित क्षेत्रीय भोजन,झूले चकरी, बुल कार्ट सफारी, जंगल सफारी, केमल सफारी, होर्स राइडिंग, गो आधारित फिल्म दर्शन,गोमय स्नान केंद्र, गो उत्पाद प्रदर्शनी, गो सेवा प्रदर्शनी, पंचगव्य दैनिक उपयोग सामग्री, पंचगव्य सौन्दर्य प्रसाधान सामग्री पंचगव्य औषधी, आदि का भी विशेष आकृर्षण होगा।

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Author: malwakhabar

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