सुसनेर। समीपस्थ ग्राम पिपिलया नानकार में डेंगू के संक्रमण के लक्षण वाले मरीज सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजीव बरसेना शनिवार को जिला मलेरिया अधिकारी के साथ स्वास्थ्य विभाग का अमला लेकर गांव में पहुंचे। इस दोरान ग्रामीणो को समझाईश भी दी गई तो वही जनपद सीईओ के निर्देश पर ग्राम पंचायत के द्वारा डेंगू व अन्य बीमारीयो की रोकथाम हेतु दवाईयो का छिडकाव भी किया गया। तो वही नालियो की साफ सफाई भी करवाई गई।
लेकिन ऐसे में सवाल यह उठता है की स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अभी तक एलीजा टेस्ट ही नहीं किया गया तो मरीजो में डेंगू का संक्रमण होने की पुष्टी कैसे होगी। विभाग सिर्फ अपनी और से खुन, बीपी, शुगर, इत्यादि की जांच कर बीमार मरीजो को प्राथमिक दवाईया वितरित करके लोट रहा है। जबकि जिन मरीजो की हालत बिगडती जा रही है उनकी प्लेटनेस कम होती जा रही है।
कुछ मरीजो का इलाज अभी भी बाहर के अस्पतालो में चल रहा है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की गई और उन्है बुखार का परामर्श देकर अस्पताल की दवाईया वितरित की। साथ ही हालत गंभीर होने पर सिविल अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। ग्रामीणो के लिए गए ब्लड के सेम्पलो को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आगर जिला अस्पताल भेजा गया है। इस अवसर पर बीईई प्रेमनारायण यादव, सीएचओ, एएनएम, आशा कार्यकर्ता व आंगडवाडी कार्यकर्ता भी उपस्थित रही।