सुसनेर।बस स्टैंड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर 27 अप्रैल शनिवार 4बजे लघु उद्योग भारती का 30वा स्थापना दिवस सुसनेर की दोनों इकाई ( महिला व पुरुष)द्वारा मनाया गया । जिसमें नगर पंचायत के सभी महिला एवं पुरुष सफाई कर्मियों का सम्मान मुख्य अतिथि द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सर्व प्रथम दीप प्रज्ज्वलित कर भगवान विश्वकर्मा , मां सरस्वती व भारत माता के चित्र पर माल्या अर्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
इस अवसर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खंड संघचालक द्वारकिलाल पाटीदार, लघु उद्योग भारती ग्राम शिल्पी प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक राजेश देशमुख, सुसनेर इकाई अध्यक्ष पीरूसिंह काँवल सचिव कृपाल सिंह बोड़ाना, महिला इकाई अध्यक्ष प्रतिज्ञा भावसार व सचिव अर्चना जोशी, मंचासिन थे। कार्यक्रम के उद्बोधन में मुख्य अतिथि द्वाराकीलाल पाटीदार ने बताया कि भारत में अंग्रेजों के आने के पहले लघु व कुटीर उद्योग हुआ करते थे। भारत को सोने की चिड़िया ऐसे ही नहीं कहा जाता था। अंग्रजों के आने के पहले 1824 तक भारत का स्थान विश्व अर्थ व्यवस्था में 36%हुआ करता था।लेकिन अंग्रेजो द्वारा लघु एवं कुटीर उद्योगों को नष्ट व तबाह किया । जिससे रोजगार भी तबाह हुआ।भारत का सूती कपड़े का उद्योग विश्व में सिरमोर हुआ करता था। आजादी के बाद पुनः लघु व कुटीर उद्योगों को स्थापित करने के लिएफिर से मांग उठने लगी।
द्वारकीलाल पाटीदार ने लोकतंत्र के सबसे बड़े महाकुंभ में अपना मतदान अवश्य करने की सबसे अपील की। वही राजेश देशमुख जागीरदार ने अपने उध्बोधन में बताया कि 25 अप्रेल 1994 को हिमाचल प्रदेश में आठ सदस्यों के साथ अनंत राव भिड़े द्वारा लघु उद्योग भारती की स्थापना की गई । लघु उद्योग भारती की स्थापना की जरूरत क्यों पड़ी इस पर विस्त्रत जानकारी दी व संगठन की सक्रियता का महत्व बताया।
लघु उद्योग भारती सुसनेर की दोनों ईकाई के दायित्वान कार्यकर्ता व सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान लघु उद्योग भारती द्वारा नगर पंचायत के सभी महिला व पुरुष सफाई कर्मियों का फूल माला पहनाकर , प्रमाण पत्र व टिफिन प्रदान कर सम्मानित किया गया कार्यक्रम का संचालन पीरूसिंह काँवल ने किया व आभार कृपाल सिंह बोड़ाना ने माना। इस अवसर पर लघु उद्योग भारती के महिला एवं पुरुष इकाई के समस्त सदस्य तथा नगर पंचायत के सफाई कर्मी उपस्थित रहे। उपरोक्त जानकारी मीडिया प्रभारी मुकेश पाटीदार ने दी।