सुसनेर: हमारे शहर में वर्षो पहले होता था रामलीला का मंचन, कलाकरो की पुरानी तस्वीरे ताजा कर रही यादे….
इतिहास के पन्नो से….इस रामलीला की राशि से हर्षोल्लास से मनाया जाता था विजयादशमी का पर्व राकेश बिकुन्दीया, सुसनेर। राम-राम सा…या जय रामजी की, ये शब्द उस समय सामान्य बोली में सबसे ज्यादा प्रचलित थे तब हर एक शख्स भगवान राम से जूडा था। जब दो या उससे अधिक लोग किसी आयोजन में या राह … Read more