आगर। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार और इस्कॉन के सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को अन्यायपूर्ण तरीके से कारावास भेजने के विरोध में सर्व हिंदू समाज ने विशाल एकत्रीकरण का आयोजन किया है। यह कार्यक्रम 4 दिसंबर 2024 को पुरानी सब्जी मंडी, आगर दोपहर 1 बजे आयोजित होगा। इस आयोजन में हजारों की संख्या में हिंदू समाज के लोग शामिल होंगे और बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के विरोध में प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
बांग्लादेश में बढ़ते अत्याचार पर
वर्तमान में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार गंभीर चिंता का विषय बन गए हैं। वहाँ की सरकार और एजेंसियाँ इन घटनाओं को रोकने के बजाय मूकदर्शक बनी हुई हैं। इसके चलते हिंदू समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
चिन्मय कृष्ण दास की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी
इस्कॉन के सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास ने बांग्लादेश में हिंदुओं के हित में और अत्याचारों के विरूद्ध लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाई थी। उनके शांतिपूर्ण प्रयासों को दबाने के लिए बांग्लादेश सरकार ने उन्हें कारावास भेज दिया। हिंदू समाज इस कदम को अन्यायपूर्ण मानते हुए उनकी तुरंत रिहाई की मांग कर रहा है।
हिंदू समाज की मांग-
हिंदू समाज ने बांग्लादेश सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग की है कि:
बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को तत्काल रोका जाए।
इस्कॉन के सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को अन्यायपूर्ण कारावास से तुरंत मुक्त किया जाए।
इस मुद्दे पर वैश्विक समर्थन जुटाने और पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाए।
कार्यक्रम का उद्देश्य-
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ वैश्विक जागरूकता बढ़ाना और भारत सरकार से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग करना है। विरोध प्रदर्शन संयोजक श्री सुंदर शर्मा ने समग्र हिन्दू समाज से इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेने और न्याय की इस लड़ाई में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की अपील की है।