मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के बीएसडब्ल्यू व एमएसडब्ल्यू के सोशल वर्कर विद्यार्थियो ने किया श्रमदान
सुसनेर। रविवार को शहर की जीवनदायिनी कंठाल नदी में श्रमदान का अनुठा उदाहरण देखने को मिला। यहां पर नदी के जल को सहेजने के लिए 50 से भी अधिक श्रमदानियो ने 550 बाेरीयो से 10 फीट ऊंचा और 100 फीट लम्बा बोरी बंधान एक ही दिन में तैयार कर दिया। शाम तक बोरी बंधान के पूर्ण हाेने तक जब बडी मात्रा में पानी एकत्रित हुआ तो श्रमदानियो के चेहरे पर भी खुशियों की मुस्कान छा गई। युवक-युवतीया हर कोई बस अपने श्रम की आहुती देने में लगा रहा। यहां अवसर पर मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के द्वारा जल संरक्षण काे लेकर बनाए जा रहे बोरी बंधान का। जिसमें हाथ से हाथ मिलाते हुएं बोरीयो को उठाकर के श्रम की आहुतियां दी जा रही थी। कोई नदी के पानी में उतर कर के मिट्टी से भरी हुई बाेरीयो को जमाने का काम कर रहा था तो कोई हाथो में बोरीयो को उठाकर के उसे आगे बडाने के लिए श्रृंखलाबद्ध तरीके से लाइन में लगा रहा था। जब यह कार्य हो रहा था तब रास्ते से आते जाते लोग भी आश्चर्य चकित हो रहे थे की एक ही दिन में इनते श्रमदानी आए कहा से। इससे पहले तो यहा पर कुछ नहीं था।
सुबह से शाम तक बोरी बंधान बनकर तैयार भी हो गया और उसमें करीब 5 फीट तक पानी भी जमा हो गया। जिसमें मवेशी अपनी प्यास बुझाते हुएं नजर आ रहे थे। दरअसल मध्य प्रदेश में जल संरक्षण के लिए मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के द्वारा जिलें भर के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बोरी बंधान बनाए जा रहे हैं। इसके चलते रविवार को आगर जिला कलेक्टर राघवेंद्र सिंह, मप्र जनअभियान परिषद के जिला समन्वयक देवेंद्र शर्मा के निर्देशन में सुसनेर में सफलता प्राप्त हुई। सुसनेर के ब्लॉक समन्वयक सत्यनारायण सोनी के नेतृत्व में शहर की जीवनदायिनी कंठाल नदी में बोरी बंधान से नदी के बहते हुएं जल को संग्रहित करने की दिशा में नई मिसाल पेश की गई। इस अवसर पर परामर्शदाता विष्णु राठौर, कैलाश विश्वकर्मा, देवकरण विश्वकर्मा व राकेश बिकुन्दिया भी मोजूद रहे।
जल संरक्षण की शपथ ली
रविवार को दोपहर 1 बजे से शुरू हुएं इस बोरी बंधान अभियान में 50 से भी अधिक एमएसडब्ल्यू व बीएसडब्ल्यू के सोशल वर्कर छात्रो ने सहभागिता कर श्रम की आहुतियों से इसे तैयार किया। उसके पश्चात सभी ने जल संरक्षण के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए शपथ भी ली। इस बोरी बंधान अभियान में नगर के समाजसेवी पप्पू सोनी, गोविंद टेलर, सुरेश विश्वकर्मा आदि की भी सराहनीय भूमिका रही।
