सोयतकला- नगर के प्राचीन श्री मनोकामना पूर्ण बालाजी उंडा घाट पर श्री मारुति सेवा समिति के तत्वाधान में विजय जी महाराज के मुखारविंद से श्री मद्भागवत कथा प्रारंभ हुई । कथा के प्रथम दिवस की शुरुआत दीप प्रज्ववलन भागवत आरती विश्व शांति की प्रार्थना के साथ कथा शुरू हुई। महाराज श्री ने कथा का सुन्दर वर्णन भक्तों को श्रवण करवाया।

उन्होंने कहा भगवान स्वरूप सत् धन, चित्तधन, आनंदधन, ऐसे भगवान सच्चिदानंद को जो समस्त विश्व का पालन पोषण सृजन संहार करते । जो अपने भेष में अपने स्वभाव में, आनन्द हे इतना वीआईपी बनने में नहीं है। इसलिए कन्हैया के बने रहो , स्वाभाविक बने रहो। हम अपने जीवन को ठाकर जी की तरफ और प्रेरित कर सकें आगे बड़ा सके इसलिए बार बार भगवान की कथा सुननी चाहिए।

पावन भागवत कथा सुनने मात्र से ही जीवन का कल्याण हो जाता है। केवल सुनो ही नहीं भागवत की मानो भी। सच्चा हिन्दू वही है जो कृष्ण की सुने उसको माने, गीता की सुनो उसकी मानो भी , मां बाप गुरु की सुनो और मानोगे तभी आपके कर्म श्रेष्ठ होंगे । कथा प्रतिदिन दोपहर 1 से 4 बजे तक होगी । प्रथम दिवस के लाभार्थी विजय गुप्ता और परिवार रहा ।इस अवसर पर भक्तजन उपस्थित रहे ।

