नलखेड़ा। नगर में विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ माँ बगलामुखी का मंदिर स्थित होने से शारदीय नवरात्रि क्षेत्र का सबसे बड़े महापर्व बन चुका है। इस बार शारदीय नवरात्रि का रविवार से आगाज हो रहा है। जिसके चलते नवरात्रि के दौरान दो रविवार आएंगे। इसी को लेकर प्रशासन भी व्यवस्थाओं को लेकर जुट चुका है।
अपने भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने के लिए विश्व भर में विख्यात माँ बगलामुखी के मंदिर पर शारदीय नवरात्रि को लेकर मंदिर प्रबंध समिति व प्रशासन द्वारा तैयारिया प्रारम्भ की जा चुकी है। एसडीएम व मंदिर प्रबंध समिति के पदेन अध्यक्ष मिलिंद ढोके गत दिनों व्यवस्थाओं को लेकर हुई बैठक में स्पष्ट कर चुके है कि पहली प्राथमिकता दर्शनार्थियों को सुगमता से दर्शन हो सके रहेगी। बाहर से आने वाले भक्तों को कोई असुविधा नही हो इसके लिए समिति हर संभव प्रयास करेगी।
उनके अनुसार सिद्धपीठ पर हवन अनुष्ठान करवाने वाले भक्तों की आस्था के अनुसार विधि विधान से सही मंत्रोच्चार के साथ व शुद्ध हवन सामग्री से हवन होना अनिवार्य है। इसके लिए वर्षो से जो हवन अनुष्ठान का कार्य कर रहे है ऐसे कर्मकांडी पंडितों की पहचान के लिए उनके परिचय पत्र बनाये जाएंगे जो उन्हें हमेशा गले मे लटकाकर रखना होगा जिससे भक्त आसानी से उनकी पहचान कर सके। ऐसे पंडितों के सहायकों के लिए भी अलग कलर के परिचय पत्र जारी किए जाएंगे।
उक्त कार्य के लिए कार्यवाही प्रारम्भ भी हो चुकी है।
बैठक में उन्होंने विश्वास दिलाया कि मंदिर परिसर व यज्ञशाला में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्णय को धरातल पर उतारने के लिए राजस्व, पुलिस व नगर परिषद के सयुंक्त दल द्वारा अपना कार्य प्रारंभ किया जा चुका है।
पार्किंग स्थल तक वाहनों के पहुंचने के लिए एक प्रवेश मार्ग व एक निर्गम मार्ग बनाया जा रहा है।
शारदीय नवरात्रि पर्व के दौरान दो रविवार आ रहे है। रविवार अवकाश का दिन होने से इस दिन भक्तों की सर्वाधिक संख्या रहती है। इसे ध्यान में रखते हुवे रविवार को सिद्धपीठ पर चूनर यात्राएं प्रतिबंधित की गई है। वही भक्तों के लिए पेयजल,छांव, स्वास्थ्य विभाग का केम्प, अस्थाई पुलिस चौकी, महिलाओं की सहायता के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, महिला पुलिस, भक्तों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने जैसे कई कार्य सम्पादित करने में मंदिर समिति के साथ प्रशासन जुट चुका है।
इसके अतिरिक्त लगभग 10 माह पूर्व लोकार्पित हो चुके तीर्थ यात्री विश्राम गृह में आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध करवा कर इसे उपयोग के लिए खोले जाने का कार्य भी प्रगति पर है।
उल्लेखनीय है कि शारदीय नवरात्रि पर्व के दौरान सिद्धपीठ पर लगभग 5 लाख भक्तों से अधिक के पहुंचने की संभावना है जिसमे से दोनों रविवार को यह आंकड़ा एक-एक लाख तक पहुंच सकता है। इसी को दृष्टिगत रखते हुवे नवागत एसडीएम व तहसीलदार शासन के अन्य विभागों के साथ सिद्धपीठ पर सुविधाएं जुटाने में लगे हुवे है।