सुसनेर। कुछ दिनों पूर्व नगरी क्षेत्र में जरूरतमंदों को वितरित किये गए शासकीय पट्टा वितरण में नगर परिषद के कर्मचारी द्वारा रिश्वत लीजिए जाने का मामला सामने आया है। डग रोड़ स्थित एसडीएम कार्यालय सुसनेर में एक विवाहित महिला गंगाबाई ने पट्टे के नाम पर रिश्वत देने के बाद भी पट्टा नहीं मिलने की लिखित शिकायत का आवेदन एसडीएम मिलिन्द ढोके को दिया है। ओर उक्त कर्मचारी पर कार्रवाई की मांग की हैं।
आवेदन मे बताया की गंगा बाई पति कन्हैया लाल जाति विश्वकर्मा निवासी छोटा जीन सुसनेर जिला आगर मालवा के द्वारा पटटा का आवेदन नगर परिषद मे व पटवारी को भी दिया गया था। उस समय नगर परिषद के एक कर्मचारी के द्वारा 10000 कि मांग कि गई थी। जिसमे उक्त महिला से पुछा गया कि किस बात के पैसे मांग रहे हो तो उन्होने बताया कि ये शासन के खाते में जमा किये जायेंगे जो मेरे द्वारा समुह लेकर पैसे दिये और पटवारी सुसनेर के द्वारा भी 10000 से 12000 हजार मांग की थी जिसमे मेरे द्वारा पुछा गया कि मेने पहले भी 10 हजार नगर परिषद कर्मचारी को दे दिया है तो उन्होंने कहा की पटटा चाहिए तो पैसे तो देना पढ़ेगा तो मैंनेके एक कर्मचारी के यह कहने पर कि आपको रसीद दे दी जायेगी लेकिन मुझे कोई रसीद नहीं दी गई मेरे द्वारा रसीद मागने गई तो उन्होंने कहा कि आप के काम के पैसो कि कोई रसीद नहीं मिलती ये उपर से लेकर निचे तक पैसे पहुचते है और रसीद की बार बार मांगने पर मुझे नगर परिषद से डाट कर भगा दिया तो में सीएमओ को लेकर गई तो सर के द्वारा कहा गया कि आप इनका काम करो अब मेरे पास आपकी शिकायत नहीं आनी चाहिए। जिसके बाद भी नगर परिषद के द्वारा पट्टा वितरण किये उसमें मेरे नाम का पट्टा नहीं आया। जिसके बाद उक्त महिला ने एसडीएम से लिखित आवेदन देकर शिकायत की है।
इनका कहना
महिला के द्वारा एक शिकायत आवेदन दिया गया है, जिसमें महिला पट्टा वितरण को लेकर नगर परिषद के कर्मचारियों पर रिश्वत का आरोप लगा रही है। इस संबंध में जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी
मिलिन्द ढोके, एसडीएम सुसनेर।