नलखेड़ा – स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच पर प्रतिबंध लगाने के लिए सरकार बड़ी रकम खर्च कर रही है, इसी के तहत नगर परिषद द्वारा सरदार पटेल चौराहे के समीप स्वच्छ भारत अभियान के तहत सुलभ शौचालय का निर्माण लाखों रुपए खर्च कर करवाया गया है। लेकिन आज तक इस के ताले ही नहीं खुले हैं, और वर्षों बाद इसका उपयोग प्रारंभ नहीं हो पाया है।
जिम्मेदार भी इस ओर से अनभिज्ञ बने हुए हैं।
नगर के सरदार पटेल चौराहे पर स्थित सुलभ शौचालय एवं स्नानघर पर ताला लगा हुआ है। चौराहे के आसपास के नागरिकों ने बताया कि शौचालय तो नगर परिषद द्वारा बना दिए गए हैं लेकिन यह केवल मात्र दिखावे के बने हुए हैं। जिनमें बनने के बाद से ही ताले लगे हुए हैं।
वर्षों से निर्मित होकर आखिर क्यों यहां सुलभ शौचालय प्रारंभ होने का इंतजार कर रहे हैं। हो सकता है इतने वर्षों से ताले में बंद पड़े हैं सुलभ शौचालय का यह भवन देखरेख के अभाव में जर्जर स्थिति में पहुंच गए हो।
इसके प्रारंभ नहीं करने से जहां चौराहे के आसपास के दुकानदारों को सुविधा से वंचित किया जा रहा है, साथ ही प्रतिदिन हजारों की संख्या में आने वाले ग्रामीणों को भी इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
क्योंकि नगर में मात्र बस स्टैंड पर ही एक सुलभ शौचालय है, जहां पर बाहर से आने वाले शौच इत्यादि से निवृत हो सकते हैं। सरदार पटेल चौराहे पर बनाया गया यहां नगर का दूसरा सुलभ शौचालय था जो कि आज तक प्रारंभ नहीं हो पाया है, यहां तक कि शौचालय की दीवार से लगे पुरुष मूत्रालय में साफ सफाई तो दूर वहां की देखरेख भी नहीं होती है, जिसके कारण चारों तरफ गंदगी और कचरा पसरा रहता है। भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में लोगों की सुविधा हेतु बनाया गया था।
सामुदायिक स्वच्छता परिसर नागरिकों के लिए उपयोगी साबित नहीं हो रहे हैं। समीप ही काली माता के मंदिर जाने वाले भक्तों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
वहा मौजूद दुकानदार किशन नाथ, मनोज ठाकुरिया, दुर्गा धाकड़, अशोक गवली ने बताया कि उक्त शौचालय को प्रारंभ करने को लेकर उनके द्वारा जिम्मेदारो को कई बार अवगत कराया गया पर किसी के द्वारा इस और ध्यान नही दिया गया।
नगर का व्यस्त चौराहा होने के कारण लोगों का जमावड़ा भी यहां लगा रहता है। आसपास कहीं मूत्रालय नहीं होने के कारण अव्यवस्थित बने इस मूत्रालय पर चौराहे के समस्त व्यापारी, ग्राहक एवं लोगों को मजबूरन जाना पड़ता है। यहां पर महिलाओं हेतु कोई सुव्यवस्थित स्थान भी नहीं है।