सुसनेर। इस बार विजयादशमी पर रावण दहन के आयोजन में भी आचार संहिता का असर देखने को मिला। मंगलवार की शाम को 7 बजे दशहरा उत्सव समिति के तत्वाधान में तहसील रोड स्थित स्वामी विवेकानंद कॉलेज ग्राउंड पर 51 फिट ऊंचे रावण दहन के दौरान जनप्रतिनिधियों की बजाय एसडीएम मिलिंद ढोके ने शमी की पुजा की उसके बाद रावण के पूतले का जोरदार आतिशबाजी व जयश्रीराम के जयघोष के साथ दहन किया गया।
यहां पर चंद मिनटो में ही अंहकार रूपी रावण का पूतला जलकर खाक हो गया। इससे पूर्व हनुमान छत्री चोक से भगवान राम की शोभायात्रा निकाली गई जिसमें रथ में सवार होकर भगवान राम, लक्ष्मण व हनुमान के साथ शामिल रहे।
शोभायात्रा शुक्रवारीया बाजार, पुराना बस स्टेंड, पांच पुलिया, सांई तिराहा, तहसील रोड से होते हुए स्वामी विवेकानंद कॉलेज ग्रांउड पहुची जहा पर भगवान राम, लक्ष्मण व हनुमान के साथ ही विधायक विक्रमसिंह राणा, नप अध्यक्ष प्रतिनिधि राहुल सिसोदिया, दशहरा उत्सव समिति के सदस्यगण व अन्य जनप्रतिनिधियो तो मोजूद रहे लेकिन आचार संहिता के चलते SDM ने शमी की पूजा की उसके बाद हनुमान बने युवक ने रावण के पेर में आग लगाकर के उसके पुतले का दहन किया।
उसके बाद से ही पूर नगर में शहरवासीयो के द्वारा एक दुसरे को पर्व की शुभकामनाएं देने का दौर शुरू हो गया। रावण दहन के दोरान नायब तहसीलदार राजेश श्रीमाल, भंवर सिह चोहान व थाना प्रभारी अनिल कुमार मालवीय भी पुलिस बल के साथ मोजूद रहे।