दिवानखेड़ी में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में पँडित सच्चिदानंद शर्मा ने कहा
सुसनेर। ग्राम दिवानखेड़ी में चल रही भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर भगवान राम और भगवान कृष्णजन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। पंडित सच्चिदानंद शर्मा ने भक्त प्रह्लाद की कथा के साथ दत्तात्रय भगवान के गुरुओं की कथा सुनाई कहा कि सदैव सम और प्रसन्न रहना ही परम भक्ति है। जिसके बाद पंडित सच्चिदानंद शर्मा ने भगवान राम के अवतार का वर्णन किया।
उन्होंने बताया के प्रभु श्री राम त्याग और मर्यादा के प्रतीक है वही श्री कृष्ण निष्काम प्रेम के प्रतीक है। जिस प्रकार पहले त्रेता में श्री राम आये फीर द्वापर में श्री कृष्ण आये,उसी प्रकार जीवन मे पहले मर्यादा ओर त्याग होना जरूरी है उसके बाद ही निश्छल प्रेम और भक्ति की प्राप्ति होती है और बाद ही भगवान मिलते है। जिसके बाद धूमधाम से कृष्णजन्मोत्सव मनाया गया, बाल रूप में वासुदेव जी कृष्ण को लेकर आये और नंद बाबा यशोदा मा को सुपुर्द कर सभी ने नृत्य किया।
होली उत्सव मनाया गया जिसमें सेकड़ो लोगों ने नृत्य गान किया सभी ग्रामीणों सदस्यो ने सहयोग दिया एवं बताया कि पंडित सच्चिदानंद जी शर्मा से ज्योतिष समाधान के लिए कथा के उपरान्त मिल सकते है। शुक्रवार को गोवर्धन पूजन होगा जिसमें छप्पन भोग लगाया जाएगा।