सुसनेर। लंबे संघर्ष और लाखों बलिदानों के बाद 15 अगस्त 1947 को हमे आजादी तो मिली लेकिन अधूरी आजादी मिली। क्योंकि आजादी के एक दिन पूर्व भारत माता के दो टुकड़े कर दिए गए। पूर्वी व पश्चिम पाकिस्तान के रूप में भारत को बांट दिया गया।
उक्त विचार बुधवार को श्री दर्शन सागर दिगंबर जैन ज्ञान मंदिर स्कूल में अखंड भारत संकल्प दिवस के अवसर पर स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर बौद्धिक प्रमुख महेंद्र मीणा ने व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि 1947 से पहले के भारत के मानचित्र में पाकिस्तान और बांग्लादेश को ब्रिटिश भारत के हिस्से के रूप में दिखाया गया है, जो पूर्व-एकीकृत भारत का सीमांकन करता है। अतः अखण्ड भारत का उद्देश्य भारत से अलग हुए इन देशों को पुनः एक करना है। इस दौरान छात्र-छात्राएं, शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहें। कार्यक्रम के पश्चात भारत माता की आरती की गई। कार्यक्रम का संचालन स्कूल के शिक्षक आयुष जैन ने किया तथा आभार प्राचार्य दिनेश जैन ने माना।