आगर के मधुबन गार्डन में लगा भाजपा कार्यकर्ताओ को जमघट, कडकडाती ठंड के बीच गर्म रहा संगठन चुनाव का माहोल
आगर-मालवा@ राकेश बिकुन्दीया। भाजपा के संगठन चुनाव का दौर चल रहा है। ऐसे में आगर जिलें में भारतीय जनता पार्टी की मंडल की नई टीम का ऐलान होने वाला है। संभवत: आज जिलें के 14 मंडलों के नाम घोषित किए जा सकते हैं। शुक्रवार को पूरे जिले के अलावा सभी मंडल स्तर पर गहमा-गहमी रही। कडकडाती ठंड के बीच भाजपा के संगठन चुनाव का माहौल गर्म रहा। जिलें के 14 मंडलों में एक साथ रायशुमारी का दौर चला। इसमें 613 बूथ समितियों की रायशुमारी एक दिन पूर्व सम्पन्न होने के बाद शुक्रवार को पार्टी द्वारा भेजे गए प्रभारी जयदीप पटेल ने मंडल अध्यक्ष के लिए रायशुमारी की।

दावेदारों ने अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए पूरी ताकत लगाई और दिनभर सक्रियता देखी गई। आगर के मधुबन गार्डन में सुबह से लेकर शाम तक जिलें के भाजपा पदाधिकारीयो, कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधियों का जमावडा लगा रहा। चुनाव प्रभारी जयदीप पटेल ने प्रत्येक कार्यकर्ता से एक-एक करके रायशुमारी की। कार्यकर्ताओ ने अपनी और से चुनाव प्रभारी के समक्ष अपनी राय प्रस्तुत की। रायशुमारी से पहले पार्टी प्रभारियों ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के एजेंडे पर बात की। देर रात तक सभी कार्यकर्ता मंडल अध्यक्ष की घोषणा का इंतेजार करते रहे। चुनाव प्रभारी रायशुमारी में आए नामों को लेकर मंथन करते रहे, लेकिन फाइनल लिस्ट तैयार नहीं हो पाई। कुछ विधायकों से भी नामों को लेकर चर्चा की गई है। आज अधिकांश नामों पर फैसला होने की उम्मीद है, वहीं जहां पेंच फंसेगा उसका नाम भोपाल के खाते में डाल दिया जाएगा और फिर वहां से हरी झंडी मिलते ही घोषणा होगी।

लिफाफे में बंद उम्मीदवारो का फैसला
आगर जिलें के 14 मंडलों के नामों की रायशुमारी पूरी हो गई। इनमें 5 नए तो 9 पुराने हैं। आखिरी रायशुमारी शाम तक चली जिसके बाद सभी पैक लिफाफों को लेकर चुनाव प्रभारी जयदीप पटेल के बीच चर्चा चलती रही। वैसे संगठन ने निर्देश दिए हैं कि इस बार विधायकों के किसी समर्थक को मंडल अध्यक्ष नहीं बनाना है, लेकिन सूत्रों के अनुसार औपचारिकता के चलते विधायकों से भी रायशुमारी में आए नामों के पैनल के बारे में राय ली गई है। सांसद और बड़े जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र में बनाए जा रहे मंडल अध्यक्षों की जानकारी मांगी है। वैसे इस बार हर विधानसभा में कुछ न कुछ कारण से मंडल अध्यक्षों की पैनल बनाने में परेशानी आई है। अभी बनने वाली मंडल की टीम आगामी चुनावों में खास भूमिका निभाएगी, इसलिए भी कई बड़े नेता अपने समर्थकों के नाम मंडल में जुड़वाने में लगे हुए हैं। भाजपा की चुनावी टोली अंतिम सूची तैयार करने में लगी है और दावा किया जा रहा है कि इसी सूची पर मंजूरी हुई तो भोपाल से सहमति के बाद इसे जारी कर दिया जाएगा। अगर नामों में कुछ पेंच फंसता भी है तो इसे होल्ड कर दिया जाएगा।

