राकेश बिकुन्दीया, सुसनेर। मप्र में भाजपा के जिलाध्यक्षों को लेकर कई जिलों में घमासान मचा हुआ है। मामला भोपाल से दिल्ली पहुंच चुका है, लेकिन गुरुवार रात तक भी जिलाध्यक्षों के नाम फाइनल नहीं हो पाए। आगर जिले में भी दिनभर जिलाध्यक्ष के नाम को लेकर अटकलों का दौर जारी रहा। कई लोगों ने तो बिना नाम लिखे सोशल मीडिया पर बधाइयां देना भी शुरू कर दिया। तो कुछ ने चुटकुलों के जरिये लोगो का मनोरंजन किया। आगर जिले में भी जिलाध्यक्ष को लेकर खींचतान जारी है। हर बडा नेता अपनी पसंद का जिलाध्यक्ष चाह रहा है, जिसके चलते इस बार चौकाने वाला नाम भी सामने ला सकता है। हाला की कल से आगर जिले का एक नाम काफी चर्चा में है, जिस पर जिलाध्यक्ष के पद पर संगठन की मुहर लगती दिखाई दे रही है।

कभी भी जारी हो सकती है सूची
मध्य प्रदेश में बीजेपी जिलाध्यक्षों की सूची कभी भी जारी हो सकती है। केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश की तरफ से भेजे गए पैनल में से नाम फाइनल कर लिए हैं। बस जिलाध्यक्षों के नाम की घोषणा बाकी है। पार्टी सूत्रों के अनुसार जिलाध्यक्षों की सूची कभी भी जारी हो सकती है। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।
इसलिए हो रही देरी
दरअसल पार्टी प्रदेशभर में बीजेपी के नए जिला अध्यक्षों की सूची, 5 जनवरी को जारी करने वाली थी जो गुरुवार की देर रात भी घोषित नही हो सकी। सूत्रों के अनुसार शीर्ष नेताओं में उम्मीदवारों को लेकर मतभेद के कारण देरी हो रही है। पार्टी पहले के 60 संगठनात्मक जिलों की बजाए अब 62 इकाइयों के लिए अध्यक्षों की घोषणा करेगी।

अंतिम पसंद को लेकर उलझन
वहीं, जब हर संगठनात्मक जिले के लिए पैनल की सूची दिल्ली पहुंची, तो इसमें एक रोड़ा आ गया। पूर्व केंद्रीय मंत्रियों, वर्तमान केंद्रीय मंत्रियों, राज्य कैबिनेट मंत्रियों और कुछ वरिष्ठ आरएसएस पदाधिकारियों सहित बड़े राज्य नेता, चुने हुए उम्मीदवारों की अंतिम पसंद पर सहमत नहीं हो सके। गतिरोध का कारण यह है कि अब जो भी जिला अध्यक्ष मनोनीत होंगे, वे 2028 के विधानसभा चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव तक पद पर बने रहेंगे।
अभी तारीख तय नहीं
लेकिन यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि गुरुवार को सभी 62 जिला अध्यक्षों की घोषणा एक सूची में की जाएगी, या यह अगले कुछ दिनों में भागों में किया जाएगा। लेकिन जिला अध्यक्षों की पहली सूची जारी होने के तुरंत बाद, पार्टी अगले प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर देगी। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एक या दो दिन में राज्य की राजधानी पहुंचेंगे।

